स्वागतम्
मंगलवार, 2 फ़रवरी 2016
१७०/ २८.५.१५
यक्ष -
भैंस के पास क्या नही है जो गाय के पास है ?
युधिष्ठिर -
भैंसों के पास चारण कवि नही हैं जो उसका सेहरा पढ़ सकें ...
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