मंगलवार, 2 फ़रवरी 2016

१६७/२७.५.१५

यक्ष -
आज जवाहरलाल नेहरु की पुण्य तिथि है | नेहरु कौन थे ...?
युधिष्ठिर -
नेहरु एक कुशल राज मिस्त्री थे और आनंद भवन में रहते थे | उन्हें शायद आनंद भवन का आनंद रास नही आया तो उन्होंने राज मिस्त्री का पेशा अपनाया | आगे चलकर वे बड़े बड़े ठेके भी लेने लगे | उन्होंने देश की इमारत बनाने का भी ठेका लिया और उसके मुख्य राज मिस्त्री के तौर पर काम भी उन्होंने ही किया | बड़े मनोयोग से उन्होंने ये काम किया लेकिन भूकम्प रोधी इमारत बनाने की तकनीक उन्हें नही मालूम थी इसलिए एक बड़ी कमी रह गई इमारत में ......
आज भी हल्के या भारी भूकम्प में इस इमारत के सारे पिलर हिलने लगते है और दीवारें दरकने लगती है | इमारत का मेनटेनेंस की जिम्मेदारी उनके बाद के कारीगरों ने ठीक से नही निभाई न ही बाद में इमारत की रेट्रो -फिटिंग की .....लिहाजा उन्हें बारहा शर्मसार होना पड़ता है | पब्लिक मेमोरी भी न .....कितनी शार्ट होती है |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें