मंगलवार, 2 फ़रवरी 2016

27 June 2015

यक्ष - स्मार्ट सिटी क्या है ?
युधिष्ठिर- हर देश को स्मार्ट नागरिकों की दरकार होती है | स्मार्ट नागरिक पैदा नही होते बनाये जाते हैं | स्मार्ट सिटीज़ इसी दिशा में उठाया गया कदम है | स्मार्ट सिटी एक अत्याधुनिक किस्म का बाथरूम है जिसमे तरह तरह के स्टेट आफ द आर्ट गैजेट्स लगे हुए हैं | ऐसे बाथरूम में फ्रेश होने मात्र से आदमी स्मार्ट हो जाता है |
यक्ष - तो प्राब्लम क्या है , इसके खिलाफ इतना हो हल्ला क्यूँ हो रहा है ?
युधिष्ठिर- प्राब्लम सिर्फ इतनी है कि जब नागरिकों को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है तो इसे यूज़ ही नहीं कर पाते | अव्वल तो इसके दरवाज़े आटोलाक रहते है .. सो उनसे खुलते ही नही , जो खुल ही गये तो तमाम गैजेट्स में कुछ पता ही नही चलता किस हैंडल को घुमाना है , किस नाब को दबाना है .........नतीजा वही जो नेचर्स काल को प्रापरली रिस्पाण्ड न करने से होता है अच्छे भले आदमी की पेंट उतर जाती है .....किसी भी देश के नागरिकों के इस तरह पेंट उतरने लगे तो हो हल्ला होना लाजमी है ....इन अहमकों , मैंगो मैनो को सब फ्री में ही चाहिए , आखिर विकास यूँ ही तो न होगा , उस की कीमत तो चुकानी ही पड़ेगी ...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें