सोमवार, 18 जनवरी 2016

१३६ / १२.५.१५

यक्ष - ये बार बार भूकम्प क्यों आ रहा है ?
युधिष्ठिर - शायद , धरती हमसे कुछ कहना चाहती है , लेकिन अपनी गहरी नींद में हम इससे गाफिल है | मजबूर धरती , क्या करती , सो अब हमे हिला हिला के जगा रही है | अब भी न जागे तो फिर सोते ही रह जायेंगे |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें