रविवार, 17 जनवरी 2016

१११/ २.५.१५

यक्ष -
वर्तमान आर्यावर्त में सफल और असफल प्रेमविवाह कैसे परिभाषित होते है ?
युधिष्ठिर-
ऐसे प्रेम विवाह जो विवाहोपरांत दाम्पत्य की परम्परागत परिभाषा में फिट हो जाते हैं उसे सफल और जो नही हो पाते उसे असफल मानने की प्रथा है |

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