सोमवार, 2 नवंबर 2015

६८ / ११ /०४ /२०१५

यक्ष -
कश्मीरी पंडितो की समस्या क्या है और इसका समाधान कैसे हो सकता है ??
युधिष्ठिर -
कश्मीरी पंडितो की समस्या वास्तव में एक रोग है जिसे पोलिटिकल डायबिटीज़ कहते है | यह राज रोग है | इसलिए , होता तो यह यह राज करने वालों को ही है लेकिन पूरा परिवार इस वज़ह से हलकान रहता है | इस रोग के लक्षण पहले से दिखाई देने लगते है | राज्य पर कब्जा जमाने के युद्ध के दौरान सेनापतियों के रक्त में कश्मीर पंडितों के प्रति मिठास का स्तर बढने लगता है | इस मिठास के बाहरी लक्षण फौरन दिखने लगते है लेकिन सत्ता की भूख में वह इस से परहेज़ नहीं करता है |
राजा बनने के बाद यह खतरनाक लेवल पर हो जाती है | चक्कर आने लगते है , आँखों पर असर के कारण डायबेटिक रेटिनोपैथी हो जाती है | आंखें कमजोर हो जाती है , विजन धुंधला जाता है | फिर जब वह इसके इलाज हेतु जाता है , तब उसे पता चलता है कि यह रोग तो असाध्य है , अब ज्यादा से ज्यादा इसे सिर्फ मैनेज किया जा सकता है | उसके लिए भी दवा के साथ साथ काफी एक्सरसाइज़ भी करना पड़ता है | आपने देखा ही होगा कि , ताज़ा ताज़ा डायबेटिक सबसे जादा हाथ पैर पटकता है , शाही बाग में दौड़ लगाता , योग व्यायाम करता और लोगों को भी योग की सलाह देता दिखता है |
धीरे धीरे वह इस रोग के साथ साथ जीने का अभ्यस्त हो जाता है | वह तब अपनी खुराक में इस मिठास को पैदा करने वाले तत्वों से परहेज़ करने लगता है | नए राजा का राजरोग अभी प्रथम चरण में है | इस कारण ही वह इतनी ज्यादा एक्सरसाईज और योग वोग करता हुआ दिख रहा है |
कुछ रोग ऐसे होते हैं जिन्हें समय रहते डायग्नोज़ कर कंट्रोल न किया जाए तो असाध्य हो जाते है .........

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