यक्ष - साहित्य और व्याकरण में क्या सम्बन्ध होता है ?
युधिष्ठिर - परस्पर अपवर्जी सम्बन्ध होता है अर्थात जिनके जीवन का व्याकरण दुरुस्त रहता है उनके यहाँ साहित्य की दखलंदाजी की कोई सम्भावना नही होती | इसका उलट भी उतना ही सत्य है |
युधिष्ठिर - परस्पर अपवर्जी सम्बन्ध होता है अर्थात जिनके जीवन का व्याकरण दुरुस्त रहता है उनके यहाँ साहित्य की दखलंदाजी की कोई सम्भावना नही होती | इसका उलट भी उतना ही सत्य है |
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