यक्ष -
राजीव गांधी के जीवन का सबसे बड़ा समझौता क्या था और किसके साथ हुआ था ?
युधिष्ठिर -
उनका सबसे बड़ा समझौता , मौन समझौता था जो सोनिया के साथ हुआ था ..
यक्ष -
तुमने आज मुझे बहुत निराश किया | यह तो सब जानते हैं कि सोनिया से उनका प्रेम और फिर विवाह उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समझौता था |
राजीव गांधी के जीवन का सबसे बड़ा समझौता क्या था और किसके साथ हुआ था ?
युधिष्ठिर -
उनका सबसे बड़ा समझौता , मौन समझौता था जो सोनिया के साथ हुआ था ..
यक्ष -
तुमने आज मुझे बहुत निराश किया | यह तो सब जानते हैं कि सोनिया से उनका प्रेम और फिर विवाह उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समझौता था |
युधिष्ठिर-
परन्तु , मैं तो उनके प्रेम विवाह के बारे में तो कह ही नहीं रहा मैं तो विशुद्ध राजनीतिक समझौते की बात कर रहा हूँ .....
यक्ष -
तो राजन तुम क्या कहना चाहते हो ...उनके बीच कौन सा राजनीतिक समझौता हुआ था ?
युधिष्ठिर -
राजीव और सोनिया के दाम्पत्य में सबसे बड़े राजनीतिक समझौते की नींव में मौन था | लेकिन यह मौन समझौता राजनीति की जमीन पर खूब मुखर था | दरअसल , दोनों के बीच मौन के प्रति दृष्टि को लेकर मतभेद थे .....
राजीव को मौन बिलकुल पसंद नही था जबकि सोनिया को मुखर ...लिहाजा दोनों के बीच एक बेहद महत्वपूर्ण समझौता हुआ | इसका नतीजा यह हुआ कि राजीव ने अपने जीते जी किसी मौनव्रतधारी को गद्दी के पास आने नही दिया , और सोनिया ने मौनी बाबा को कहीं जाने नही दिया | नरसिम्हा राव को गद्दी तभी नसीब हुई जब राजीव गांधी नही रहे जबकि सोनिया ने पहला मौका हाथ लगते ही मनमोहन सिंह को दिल्ली के तख्त पे बिठा दिया |
परन्तु , मैं तो उनके प्रेम विवाह के बारे में तो कह ही नहीं रहा मैं तो विशुद्ध राजनीतिक समझौते की बात कर रहा हूँ .....
यक्ष -
तो राजन तुम क्या कहना चाहते हो ...उनके बीच कौन सा राजनीतिक समझौता हुआ था ?
युधिष्ठिर -
राजीव और सोनिया के दाम्पत्य में सबसे बड़े राजनीतिक समझौते की नींव में मौन था | लेकिन यह मौन समझौता राजनीति की जमीन पर खूब मुखर था | दरअसल , दोनों के बीच मौन के प्रति दृष्टि को लेकर मतभेद थे .....
राजीव को मौन बिलकुल पसंद नही था जबकि सोनिया को मुखर ...लिहाजा दोनों के बीच एक बेहद महत्वपूर्ण समझौता हुआ | इसका नतीजा यह हुआ कि राजीव ने अपने जीते जी किसी मौनव्रतधारी को गद्दी के पास आने नही दिया , और सोनिया ने मौनी बाबा को कहीं जाने नही दिया | नरसिम्हा राव को गद्दी तभी नसीब हुई जब राजीव गांधी नही रहे जबकि सोनिया ने पहला मौका हाथ लगते ही मनमोहन सिंह को दिल्ली के तख्त पे बिठा दिया |
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