यक्ष - संविधान क्या है ?
युधिष्ठिर - संविधान एक किताब है | यह किताब शपथ ग्रहण के काम आती है | संविधान की शपथ लेने के बाद , धरती- आकाश -पाताळ , जल -जंगल -वायुमंडल , जनता जानवर , कीट- पतंग , मसीहा- मलंग यानि सम्पूर्ण दृश्य जगत को नियंत्रित करने की न केवल शक्ति प्राप्त हो जाती है बल्कि इसे नीलाम करने की अर्हता भी मिल जाती हैं |
यक्ष - तो , क्या संविधान की शपथ लेने वाले इश्वर के समतुल्य है ?
युधिष्ठिर - कुछ वैसा ही समझिए , सिवाय इसके कि इश्वर के पास स्वर्ग और नर्क के पासपोर्ट दफ्तर का अतिरिक्त प्रभार है |
युधिष्ठिर - संविधान एक किताब है | यह किताब शपथ ग्रहण के काम आती है | संविधान की शपथ लेने के बाद , धरती- आकाश -पाताळ , जल -जंगल -वायुमंडल , जनता जानवर , कीट- पतंग , मसीहा- मलंग यानि सम्पूर्ण दृश्य जगत को नियंत्रित करने की न केवल शक्ति प्राप्त हो जाती है बल्कि इसे नीलाम करने की अर्हता भी मिल जाती हैं |
यक्ष - तो , क्या संविधान की शपथ लेने वाले इश्वर के समतुल्य है ?
युधिष्ठिर - कुछ वैसा ही समझिए , सिवाय इसके कि इश्वर के पास स्वर्ग और नर्क के पासपोर्ट दफ्तर का अतिरिक्त प्रभार है |
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